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प्राइस एक्शन ट्रेडिंग क्या है?All Detail In Hindi

प्राइस एक्शन  का मूल आधार यह है की भाव कभी भी झूठ साबित नहीं हो सकता | इसलिए प्राइस एक्शन मेथोंडोलॉजी सभी टेक्निकल इन्डिकेर्ट्स को हटा देता है l और सिर्फ प्राइस मूवमेंट के डेटा को ही महत्त्व देता है | और उसके आधार पर एन्ट्री और एकिझट का संकेत दिया जाता है |

प्राइस एक्शन ट्रेडिंग :-

प्राइस एक्शन ट्रेडिंग मे किसी भी सिक्योंरिटी के भाव मे होने वाले उतार – चढ़ाव के आधार पर उसमे खरीदी या बिक्री का निर्णय लिया जाता है l प्राइस एक्शन ट्रेडर्स मार्केट मे  क्या हुआ है  और  क्या हो रहा है इस पर ध्यान केंद्रित करता है l ‘क्यों हुआ ‘ इसके झमेले मे नहीं पडता l

प्राइस एक्शन ट्रेडिंग आम तौर पर प्राइस चार्ट पर आधारित होता है  जिसमे अन्य किसी इंडिकेटर्स जैसे कि ओसिलेटर, पिवोट पॉइन्ट, मूविंग एवरेज, आदि का उपयोग नहीं होता l

प्राइस एक्शन ट्रेडर टेक्निकल इंडिकेटर्स जैसे कि एमऐसीडी, आरएसआई आदि को खास वेजेट नहीं देता l

प्राइस एक्शन ट्रेडर सिर्फ और सिर्फ भूतकाल और बर्तमान भाव से संबंधित डेटा पॉइन्ट को ही ध्यान मे लेता है  जिसमे ओपन, हाई, लो, क्लोज प्राइस का समावेश होता है l इसलिए प्राइस एक्शन ट्रेडर ज्यादा तर कैन्डलस्टिक चार्ट या बार चार्ट का उपयोग करता है l

प्राइस एक्शन ट्रेडर पूरीतरह से डिमांड और सप्लाई के कंसेप्ट पर आधारित है l

इसलिए यदि स्टॉक मार्केट मे नये है और टेक्निकल एनालिसिस सिख रहे है तो आप को सबसे पहले प्राइस एक्शन से शुरुआत करनी चाहिए और उसके बाद दूसरे इंडिकेटर्सपर नजर डालनी चाहिए ऐसा करने से सच मे चार्ट क्या कह रहा है यह आप को समझाना आसन हो जायेगा

किसी भी सिक्योरटी का भाव बढ़ता है इसका मतलब यह है कि उसमे बिक्रेता कि तुलना मे खरीदार अधिक है, जिससे भाव बढ़ता है l दूसरे शव्दो मे, उसमे सप्लाई कि तुलना मे डिमांड अधिक है l  इसी प्रकार, यदि किसी सिक्योरटीके भाव मे गिरावट होती है तो उसका सीधा सा मतलब है कि खरीदारो कि तुलना मे बिक्रेता अधिक है, इसलिए भाव घट रहा है l दूसरे शब्दो मे, उसमे डिमांड कि तुलना मे सप्लाई अधिक है l

मै ये दो चार्ट दिखा रहा हूँ, जिसमे सिर्फ एक चार्ट मे प्राइस एक्शन दिखा रहा हूँ और दूसरे चार्ट मे इंडिकेटर्स लागा के दिखा रहा हूँ

Nifty Index(Daily Chart)

[Without Technical Indicators]

                                  Nifty Index(daily chart[/caption]

 Nifty Index (Daily Chart) 

[With Technical Indicator]

                                   Nifty index (Daily chart)

अब इन दोनों चार्ट को देखने के बाद मुझे यकिन है आप सोचेंगे कि पहले चार्ट को देखना और समझाना आसान है और दूसरे चार्ट मे दिख रहा इंडिकेटर्स कठिन और भर्मित करने वाले है l

जरा रुको!

मै आप को ऐसा कह रहा हूँ, इसका मतलब यह नहीं कि आपको कभी भी टेक्निकल इंडिकेटार्स का उपयोग नहीं करना चाहिए आप प्राइस एक्शन डेटा के साथ कुछ इंडिकेटार्स का उपयोग  कर सकते है जो आप के एनालिसिस मे उपयोग होंगे और आपको अधिक कन्फर्मेशन प्रदान करेंगे l

कई प्राइस एक्शन ट्रेडर्स ट्रेंड को फिल्टर करने के लिए प्राइस एक्शन डेटा के साथ वॉल्यूम और 15 दिनों के या 200 दिनों के एक्सपोनेन्शियल मूविंग एवरेज का उपयोग करते है l

 

प्राइस एक्शन ट्रेडिंग के मूल सिद्धांत :-

  •  सपोर्ट और रजिस्टन्स l
  • कैन्डलस्टिक और चार्ट पैटर्न |
  • मार्केट रिएक्शन l
  • मार्केट का स्ट्रक्चर l

इन सभी के बारे मे आगे बिलॉग मे हम विस्तार से चर्चा करेंगे l अब हम प्राइस एक्शन ट्रेडिंग के लाभ और हानि….

प्राइस एक्शन ट्रेडिंग के लाभ :-

  1. रियल टाइम मे उपयोगी प्राइस एक्शनरियल टाइम मूवमेंट को दर्शाता है कयोकि टेक्निकल इंडिकेटर्स का समावेश नहीं होता l
  2. समझाने मे आसान प्राइस एक्शन समझना आसन है क्योंकि सिर्फ प्राइस डेटा पॉइन्टस को ध्यान मे लिया जाता है, जिसमे ट्रेंड को समझना आसन है l
  3. ट्रेड करना बहुत ही आसान है – यदि आप केवल सपोर्ट और रेजिस्टन्स कहाँ है यह जान ले, तो प्राइस एक्शन ट्रेडिंग बहुत ही आसान है मैंने ज्यादातर नये ट्रेडर को देखा है बहुत सारे इंडिर्केटर का उपयोग करते है और फिर भर्मित हो जाते है कि कौन सा भाव खरीदना है और कौन सा भाव वेचना है ऐसा ज्यादा तर नये ट्रेडर्स करते है l
  4. बैंक टेस्टेड और टाईम टेस्टेड स्टेटर्जी– प्राइस एक्शन ट्रेडिंग का मूल सिद्धांत जैसे कि ट्रेंड, सपोर्ट और रेजिटेन्स यह कई सालो से इस्तेमाल में है मेरी समझ से यह बहुत ही उपयोगी सबीत होता है l
  5. स्पष्ट एंट्री और एकिझट लेबल प्राइस एक्शन ट्रेडिंग का मुख्य आधार सपोर्ट और रेजिस्टन्स है इस का उपयोग करके आप सही डिमांड -सप्लाई का झोन निर्धारित कर सकते है और इसके आधार पर ट्रेंड के लिए एंट्री और एकिझट लेबल भी निर्धारित कर सकते है l

प्राइस एक्शन ट्रेडिंग के हानि :-

  1. आम धारणाओ के विपरीत  प्राइस एक्शन ट्रेडिंग अक्सर अलग -अलग टाइम फ्रेम में अलग -अलग संकेत देता है, जिसमे नये ट्रेडर्स के लिए भरम् पैदा करता है l उदाहरण के तौर पर किसी विशेष स्टॉक के मामले में, यदि विभिन्न टाइम फ्रेम के लिए एनालिसिस किया जाता है तो ऐसा हो सकता है कि मुझे हैमर दिखता है और आप को डोजी दिखे या ट्रेंडलाइन स्पोर्ट नजर आता है l तो मुझे हॉरिझोंटल सपोर्ट नजर आये l इस लिए इस मामले में सावधानी बर्तना जरुरी है l
  2. झूठे संकेत प्राप्त होते है – इस प्राइस एक्शन से हमेशा सही संकेत मिले यह जरुरी नहीं (सच मानो तो ऐसा कोई भी स्ट्रेटजी नहीं है जो आप को 100% सही संकेत दे सके ) आपको प्रत्येक ट्रेड में कमाई हो यह संभव नहीं है l झूठे सिग्नल भी हो सकते है और आपको इसके लिए तैयार रहना चाहिए l
  3. सिग्नल प्राप्त करना मुसकिल होता है – ट्रेडिंग या टेक्निकल एनालिसिस में नये आये ट्रेडर्स के लिए प्राइस एक्शन ट्रेडिंग के आधार पर बुलिस या बेअरीश कैन्डल कि रचना को चार्ट पैटर्न को निर्धारित करना बहुत मुश्किल होता है l

मै उम्मीद करता हूँ कि यह जानकारी पढ़ कर आपको कुछ समझ में आया होगा

धन्यवाद

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