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हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न (Hammer Candlestick Pattern) In Hindi

नमस्ते दोस्तों

शेयर बाजार में निवेश करने वाले हर व्यक्ति को तकनीकी विश्लेषण (Technical Analysis) के महत्व का पता होता है। तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से हम किसी भी शेयर के मूल्य का भविष्यवाणी कर सकते हैं। इसमें कैंडलस्टिक पैटर्न एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न(Hammer Candlestick Pattern) In Hindi के बारे में विस्तार से जानेंगे। 

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?

इस कैंडलस्टिक पैटर्न में ऐसी कैन्डल तैयार होती है जिसकी स्माल बॉडी होती है और ऊपर की दिशा में छोटी शैडो होती है या शैडो होती ही नहीं और निचे की दिशा में लम्बी शैडो होती है |  एक विशेष प्रकार का कैंडलस्टिक पैटर्न है जो दर्शाता है कि किसी स्टॉक का निचला स्तर समाप्त हो रहा है और वह अब ऊपर की ओर जा सकता है। इस पैटर्न को बुलिश रिवर्सल पैटर्न (Bullish Reversal Pattern) भी कहा जाता है, क्योंकि यह बाजार में तेजी की शुरुआत का संकेत देता है।हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न

हैमर कैंडलस्टिक की पहचान कैसे करें?

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न की पहचान करना काफी आसान है। इसके प्रमुख लक्षण निम्नलिखित हैं: 

  1. छोटी बॉडी: हैमर कैंडल की बॉडी छोटी होती है और यह किसी भी रंग की हो सकती है। 
  1. लंबी निचली छाया: कैंडल की निचली छाया बहुत लंबी होती है, जो इस बात का संकेत देती है कि कीमतें गिर गई थीं, लेकिन फिर से बढ़ गईं। 
  1. ऊपरी छाया का अभाव: हैमर कैंडल में ऊपरी छाया नहीं होती या बहुत छोटी होती है।हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न (Hammer Candlestick Pattern) 

 

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न का महत्व :

यह पैटर्न निवेशकों को बताता है कि बाजार ने नीचे के स्तर को स्वीकार कर लिया है और अब वह ऊपर की ओर बढ़ने वाला है। यह बाजार के रुख में परिवर्तन का महत्वपूर्ण संकेत है। 

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न का उपयोग कैसे करें? 

  1. समर्थन स्तर की पहचान: हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न का उपयोग अक्सर समर्थन स्तर की पहचान करने के लिए किया जाता है। यदि किसी स्टॉक का मूल्य समर्थन स्तर के करीब पहुंच जाता है और हैमर कैंडल बनती है, तो यह इस बात का संकेत है कि स्टॉक का मूल्य अब बढ़ सकता है। 
  1. ट्रेडिंग संकेत: हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न के बनने के बाद निवेशक खरीदारी कर सकते हैं, क्योंकि यह पैटर्न बताता है कि बाजार तेजी की ओर बढ़ रहा है। 
  1. स्टॉप लॉस सेट करें: जब भी आप हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न के आधार पर ट्रेडिंग करते हैं, तो स्टॉप लॉस सेट करना न भूलें। यह आपको संभावित नुकसान से बचाने में मदद करेगा। 

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न के उदाहरण :

मान लीजिए कि किसी स्टॉक का मूल्य 100 रुपया पर है और यह गिरकर 95 रुपया तक पहुंच जाता है। फिर अचानक से खरीदारी का दबाव बनता है और स्टॉक का मूल्य फिर से 100रुपया पर पहुंच जाता है। इस स्थिति में हैमर कैंडलस्टिक बनती है। यह इस बात का संकेत है कि बाजार ने 95रुपया के स्तर को स्वीकार कर लिया है और अब यह फिर से बढ़ने वाला है। 

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न में क्या सावधानियाँ बरतें? 

  • अन्य संकेतकों का उपयोग: केवल हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न पर निर्भर न रहें। अन्य तकनीकी संकेतकों का भी उपयोग करें ताकि आपको सही निर्णय लेने में मदद मिले। 
  • समर्थन और प्रतिरोध स्तर: हमेशा समर्थन और प्रतिरोध स्तर का ध्यान रखें। हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न का समर्थन स्तर पर बनना अधिक विश्वसनीय होता है। 
  • मार्केट वॉल्यूम: पैटर्न की पुष्टि के लिए मार्केट वॉल्यूम पर भी ध्यान दें। अगर वॉल्यूम ज्यादा है, तो पैटर्न की विश्वसनीयता बढ़ जाती है। 

निष्कर्ष:-

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न एक महत्वपूर्ण तकनीकी संकेतक है जो बाजार में तेजी की शुरुआत का संकेत देता है। इसे पहचानना आसान है और यह निवेशकों को सही समय पर खरीदारी करने में मदद करता है। हालांकि, इसे अन्य संकेतकों के साथ मिलाकर उपयोग करना अधिक लाभकारी होता है। 

इस ब्लॉग पोस्ट में, हमने हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में विस्तार से चर्चा की है। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी उपयोगी लगी होगी और आप इसे अपने निवेश निर्णयों में उपयोग कर पाएंगे। 

यदि आपके पास इस विषय पर कोई प्रश्न हैं या आप अधिक जानकारी चाहते हैं, तो कृपया नीचे टिप्पणी करें। हम आपके सवालों का जवाब देने में खुशी महसूस करेंगे।


धन्यवाद!

   आपका मित्र,

                  सूरज पाण्डेय 🙏

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